शाम से आज साँस भारी है गुलज़ार

 





शाम से आज साँस भारी है

 बे-क़रारी सी बे-क़रारी है

 आप के बा'द हर घड़ी हम ने 

आप के साथ ही गुज़ारी है - गुलज़ार

Some more latest popular posts.

1.kya pyaar ek baar hota hai..

2.tum kamaal krte ho

3. Vo kachi umar ke pyaar

No comments:

Post a Comment

चढ़दे सूरज ढलदे देखे बुझदे दीवे बलदे देखे~. बुल्लेशाह

  चढ़दे सूरज ढलदे देखे बुझदे दीवे बलदे देखे~. बुल्लेशाह “चढ़दे सूरज ढलदे देखे बुझदे दीवे बलदे देखे हीरे दा कोइ मुल ना जाणे खोटे सिक्के चलदे ...