Tum kamaal karte ho...|| Yasra rizvi

 Tum kamaal karte ho...



तुम कमाल करते हो,

यूं धड़कनो का,

मेरी इस्तेमाल करते हो 

के जलतरंग मैं हो जाऊं

रंग रंग मैं हो जाऊं 

तुम्हारा नाम ले कोई 

मैं खुद ब खुद से हो जाऊं 

आमदो से खो जाऊं 

और इस खुशी में रो जाऊं

तेरी दिल फरेब छाओं में 

मैं थक के सो जाऊं

          -Yasra rizvi

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